
भारत के ‘विंड मैन’ सुजलॉन एनर्जी के संस्थापक तुलसी तांती का 64 साल की उम्र में निधन।
सुजलान एनर्जी के संस्थापक अध्यक्ष और सीईओ तुलसी तांती का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वह चौंसठ वर्ष के थे।
तांती शनिवार शाम को पुणे से अहमदाबाद की यात्रा पर थे और उसी दौरान उनकी हृदय गति रुक गई। उनके परिवार में बेटी निधि और बेटा प्रणव हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के दिग्गज माने जाने वाले तांती ने 1995 में सुजलान एनर्जी की स्थापना के साथ भारत में पवन ऊर्जा के क्षेत्र में कदम जमाए। इसके विस्तार के लिए उन्होंने एक नया कारोबारी मॉडल अपनाया जिसमें कंपनियों को हरित ऊर्जा विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता था।
तांती शनिवार शाम को पुणे से अहमदाबाद की यात्रा पर थे और उसी दौरान उनकी हृदय गति रुक गई। उनके परिवार में बेटी निधि और बेटा प्रणव हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के दिग्गज माने जाने वाले तांती ने 1995 में सुजलान एनर्जी की स्थापना के साथ भारत में पवन ऊर्जा के क्षेत्र में कदम जमाए। इसके विस्तार के लिए उन्होंने एक नया कारोबारी मॉडल अपनाया जिसमें कंपनियों को हरित ऊर्जा विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता था।
ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए की थी सुजलॉन एनर्जी की स्थापना
तांती, जिनका 1995 में एक कपड़ा व्यवसाय था। लेकिन बिजली की कमी के चलते उन्हें उत्पादन में कमी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद उन्होंने 1995 में ही कपड़ा कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पवन ऊर्जा उत्पादन में कदम रखा और सुजलॉन एनर्जी की स्थापना की। बाद में, 2001 में, उन्होंने कपड़ा व्यवसाय को बेच दिया। 2003 में, सुजलॉन को दक्षिण-पश्चिमी मिनेसोटा में 24 टर्बाइनों की आपूर्ति के लिए डैनमार एंड एसोसिएट्स से यूएसए में अपना पहला ऑर्डर मिला। फिलहाल सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप 8,535.90 करोड़ रुपये है।